नई दिल्ली : नई बाइक खरीदना सिर्फ़ शुरुआत होती है, असली ज़िम्मेदारी तब शुरू होती है जब उसकी देखभाल करनी पड़ती है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी बाइक नई जैसी परफॉर्म करे, तो सबसे जरूरी चीज़ है – सही इंजन ऑयल का चुनाव। इंजन ऑयल न सिर्फ माइलेज को बेहतर बनाता है, बल्कि इंजन के हर मूविंग पार्ट को चिकनाई देकर उसे लंबे समय तक सही हालत में बनाए रखता है।
🤔 एक बाइक यूज़र के तौर पर आपके दो बड़े सवाल होंगे:
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मिनरल, सेमी-सिंथेटिक या फुली सिंथेटिक इंजन ऑयल – कौन सा लेना चाहिए?
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विस्कॉसिटी (Viscosity) क्या होती है और ऑयल बदलते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अगर इन दो सवालों के जवाब ठीक से समझ लिए, तो आप अपनी बाइक के लिए बेस्ट फैसला ले पाएंगे।

🛢️ इंजन ऑयल के प्रकार
इंजन ऑयल लेने से पहले यह जानना जरूरी है कि आपकी बाइक को किस टाइप का ऑयल चाहिए – यह जानकारी बाइक की यूज़र मैनुअल में दी जाती है।
🔹 मिनरल ऑयल
सबसे पुराना टाइप है। इसे ज्यादातर सिटी राइड वाली बाइक्स (कम पॉवर वाली) में इस्तेमाल किया जाता है। यह ज़्यादा गर्मी या ऑक्सिडेशन को बर्दाश्त नहीं कर पाता। नई बाइक के शुरुआती दौर में (ब्रेक-इन पीरियड में) ये ठीक रहता है।
🔸 सेमी-सिंथेटिक ऑयल
मिनरल और फुली सिंथेटिक ऑयल का मिक्सचर है। ये 150cc से 200cc की बाइक्स और पावर कम्यूटर के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें ज़्यादा तापमान और ऑक्सिडेशन को झेलने की क्षमता होती है।
🔺 फुली सिंथेटिक ऑयल
इसका इस्तेमाल हाई-परफॉर्मेंस और ज्यादा पावर वाली बाइक्स में किया जाता है। ये केमिकल प्रोसेस से बनता है और बेहद हाई टेम्परेचर में भी परफॉर्म करता है। ये सबसे ज्यादा समय तक चलता है और फ्रिक्शन को भी कम करता है – इसलिए परफॉर्मेंस बाइक्स के लिए ये बेस्ट होता है।
🌡️ विस्कॉसिटी क्या होती है?
विस्कॉसिटी का मतलब है – इंजन ऑयल कितनी आसानी से इंजन के हर हिस्से में बहता है और घर्षण से बचाता है।
उदाहरण:
5W-30 और 10W-30 में से ठंडी में 5W-30 बेहतर रहेगा क्योंकि वो जल्दी और आसानी से बहता है।
गर्मी में 5W-40 वाला ऑयल ज्यादा टिकाऊ होता है क्योंकि ये पतला नहीं होता जल्दी।
👉 आसान भाषा में: “ऑयल ठंड में गाढ़ा और गर्मी में पतला हो जाता है।”
✅ इंजन ऑयल बदलते समय किन बातों का ध्यान रखें?
✔️ 1. कंपनी द्वारा सुझाई गई ग्रेड का ही ऑयल डालें
हर बाइक की जरूरत अलग होती है। गलत ग्रेड का ऑयल डालने से परफॉर्मेंस डाउन हो सकती है।
✔️ 2. ऑयल की सही मात्रा डालें
कम या ज्यादा ऑयल, दोनों ही स्थिति में इंजन को नुकसान हो सकता है। कितनी मात्रा चाहिए – ये यूज़र मैनुअल में दिया रहता है।
✔️ 3. ऑयल का रंग देखें
नया ऑयल आमतौर पर गोल्डन या मटमैला होता है। कुछ किलोमीटर चलने के बाद वो भूरा हो जाता है। अगर वो काला हो गया है, तो तुरंत बदलवाना जरूरी है।
✔️ 4. ऑयल चेंज इंटरवल याद रखें
ज्यादातर बाइक्स को हर 5000 किमी पर ऑयल चेंज की जरूरत होती है। फुली सिंथेटिक ऑयल इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ये 7000 से 10,000 किमी तक चल सकता है।
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TVS Tru4 Synthetic review in Hindi
🏍️ क्या आप परफॉर्मेंस बाइक चलाते हैं?
अगर हां, तो एक बार TVS Tru4 इंजन ऑयल जरूर ट्राय करें।
ये ऑयल API SL और JASO MA2 जैसी इंटरनॅशनल क्वालिटी सर्टिफिकेशन को फॉलो करता है।
इसमें हाई व्हिस्कोसिटी इंडेक्स वाला ऑयल इस्तेमाल किया गया है, जिससे इंजन की परफॉर्मेंस और भी स्मूद हो जाती है।
🔚 आखिर में…
इंजन किसी भी वाहन का दिल होता है। उसकी देखभाल जरूरी है। इसलिए हमेशा कंपनी द्वारा बताई गई चीजें – जैसे ऑरिजिनल इंजन ऑयल और पार्ट्स – ही इस्तेमाल करें।
इससे न सिर्फ आपकी बाइक स्मूद चलेगी, बल्कि माइलेज भी बेहतर होगा और मेंटेनेंस खर्च भी कम होगा।
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